हे पान प्रमाणित केलेले आहे.
२१. | समाजरचनेचा विपरीत परिणाम | ७९ |
२२. | मानसिकता बदलणे आवश्यक | ८३ |
२३. | तर्कशास्त्र:कामाचे,कर्मचाऱ्यांचे | ८८ |
२४. | सार्वजनिक उद्योग:काळ,आज व उद्या | ९२ |
२५. | 'शास्त्र'भ्रष्टाचाराचे | ९६ |
२६. | भ्रष्टाचाराचा शिष्टाचार व संस्था | १०० |
२७. | भ्रष्टाचार व त्याचे नियंत्रण | १०४ |
२८. | स्वेच्छा निवृत्ती:घर घर की कहानी | १०८ |
२९. | कर्मचारी :कामसू व 'प्रवासी' | ११२ |
३०. | हितगूज (भाग पहिला) | ११६ |
३१. | हितगूज (भाग दुसरा) | ११९ |
३२. | व्यवस्थापन शिक्षण:काल,आज व उद्या | १२३ |
३३. | व्यवस्थापन शिक्षणाचे भवितव्य | १२७ |
३४. | संवाद साधण्याची कला | १३१ |
३५. | दुसरं करिअर | १३५ |
३६. | माध्यम बर्ग व समाजाचे 'व्ययस्थापन' | १३९ |
३७. | व्यवस्थापकीय सल्लागार | १४३ |
३८. | उत्तम व्ययस्थापनाचं रहस्य | १४७ |
३९. | व्यवस्थापकीय 'धर्मांतर' | १५० |
४०. | व्यवस्थापन शैलीत बदल आवश्यक | १५३ |
४१. | व्यवस्थापकाचे गुणधर्म | १५७ |
४२. | युग बदल्या संबंधांचं | १६० |
४३. | एकविसावं शतक कोणाचं? | १६३ |