व्यवस्थापनाची मूलतत्त्वे
Appearance
व्यवस्थापनाची मूलतत्त्वे
शरू रांगणेकर
व्यंगचित्रे
आर. के. लक्ष्मण
मराठी अनुवाद
प्रकाश आल्मेडा
संपादन साहाय्य
कृष्णा करवार
किशोर आरस
रांगणेकर असोशिएटस्
मुंबई
रांगणेकर असोशिएटस्
३१, नीलांबर, ३७, जी. देशमुख मार्ग, मुंबई ४०० ०२६
१९९७
© शरू रांगणेकर
पहिली आवृत्ती
एप्रिल १९९७
दुसरी आवृत्ती
ऑगस्ट १९९७
तिसरी आवृत्ती
फेब्रुवारी १९९८
प्रकाशक
शरू रांगणेकर
रांगणेकर असोशिएटस्
३१, नीलांबर
३७, जी. देशमुख मार्ग
मुंबई ४०० ०२६
मुद्रक
प्र. पु. भागवत
मौज प्रिंटिंग ब्यूरो
खटाववाडी, गिरगाव
मुंबई ४०० ००४
अर्पण
माझ्या प्रशिक्षण कार्यक्रमात
सहभागी झालेल्यांना...
ज्यांच्या प्रश्नांच्या उत्तरांतून
प्रारंभीचे शब्द | नऊ | |
दोन शब्द आणि तीन आशा | बारा | |
१. | व्यवस्थापन म्हणजे काय? | १ |
२. | व्यवस्थापकाचा उदय | ७ |
३. | व्यवस्थापनातील परिणामकारकता | २१ |
४. | संघभावनेची जोपासना | ३३ |
५. | संघ-उभारण्यातील अडचणी | ४३ |
६. | व्यवस्थापनातील समस्या | ५३ |
७. | व्यवस्थापनातील अधिकार | ६१ |
८. | कामाची सोपवणूक | ६७ |
९. | व्यवस्थापनातील प्रेरणा | ८१ |
१०. | व्यवस्थापनातील सुसंवाद | ९३ |
११. | निर्णय-प्रक्रिया | १०९ |
१२. | निगम-नियोजन | ११९ |
१३. | कामगार संघटनांची हाताळणी | १३१ |
१४. | पर्यवेक्षकांचे यश | १४३ |
१५. | सर्वोच्च स्तरावरील व्यवस्थापन | १५३ |
१६. | कार्यमूल्य आणि कार्यसंस्कृती | १६३ |
१७. | मनुष्यबळ विकास | १७५ |
१८. | ऐकून घेण्याची कला | १८७ |
१९. | मानसिक दडपणांशी सामना | १९५ |
२०. | व्यवस्थापन नेतृत्वाची गुणवैशिष्ट्ये | २०७ |
२१. | महाव्यवस्थापकाची यशोगाथा | २१७ |