श्रीमद्भवद्गीतारहस्य
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नि:संदिग्धीकरण सूची
[संपादन]- चढवल्या गेलेल्या पानांची संख्या ग्रंथातील अनुक्रमणिकेनुसार येणाऱ्या पानसंख्ये पेक्षा सध्या बरीच अधिक भरते. पानांच्या संख्येतील फरक शोधून नि:संदिग्धीकरण करून हवे आहे.
क्रमवार सूची
[संपादन]सामान्य अनुक्रमणिका
[संपादन]विकिस्रोत क्रम | विषय | १९१५ च्या आवृत्तीतील पृष्ठ क्रमांक | १९२४ आवृत्तीतील पृष्ठ क्रमांक | १९२६ आवृत्तीतील पृष्ठ क्रमांक | विकिस्रोतातील पृष्ठ क्रमांक/दुवा |
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१ | श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/मुखपृष्ठ | १ | NA | क्रमांकन जुळवणे बाकी | पहिले |
२ | उदाहरण (ग्रंथारंभ मुखपृष्ठपृष्ठ?) | २ | NA | १ | उदाहरण |
३ | प्रकाशक मुद्रक ओळख | असे पृष्ठ होते का ? माहिती हवी | कल्पना नाही | २ | उदाहरण |
४ | श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/अथ समर्पणम् (अर्पण पत्रिका) | माहिती हवी | उदाहरण | ३ | उदाहरण |
५ | श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/प्रस्तावना (बाळ गंगाधर टिळकांची) | उदाहरण | उदाहरण | ५ ते १५ | उदाहरण |
६ | श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/प्रस्तावना (प्रकाशक) | उदाहरण | उदाहरण | १६ | उदाहरण |
७ | श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/हस्तरेषा चित्र (लोकमान्य टिळकांच्या हस्तरेषा) | उदाहरण | उदाहरण | १७ (विकिस्रोत टिप:पण सामान्य अनुक्रमणिकेत नमुद नाही) | उदाहरण |
८ | श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/गीतारहस्याची सामान्य अनुक्रमणिका | उदाहरण | उदाहरण | १८ (विकिस्रोत टिप:प्रत्यक्षात १८व्या क्रमांकावर पण गीतारहस्याची सामान्य अनुक्रमणिका मध्ये १७व्या क्रमांकावर दर्शविलेले) | उदाहरण |
९ | श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/गीतारहस्यातील विषयांची प्रकरणश: अनुक्रमणिका | उदाहरण | उदाहरण | १९ ते २८ | उदाहरण |
१० | श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/संक्षिप्त चिन्हांचा खुलासा वगैरे | उदाहरण | उदाहरण | २९ ते ३१ | उदाहरण |
८ | गीतारहस्य अथवा कर्मयोगशास्त्र | उदाहरण | उदाहरण | १ ते ५०४ | उदाहरण |
९ | गीतेंचे बहिरंगपरीक्षण | उदाहरण | उदाहरण | ५०५ ते ५८८ | उदाहरण |
१० | सूची | उदाहरण | उदाहरण | १ ते ८ | उदाहरण |
१० | व्यक्तीनिर्देश | उदाहरण | उदाहरण | ९ ते १३ | उदाहरण |
१० | व्याख्या (पारिभाषिक शब्द) | उदाहरण | उदाहरण | १३ ते २१ | उदाहरण |
१० | हिंदुधर्माची सामान्य माहिती | उदाहरण | उदाहरण | २३ (विटी: २२ क्र.चे पान कुठे गेले) | उदाहरण |
१० | वेदस्मृती ग्रंथ याद्या | उदाहरण | उदाहरण | २४ ते २५ | उदाहरण |
१० | पाली ग्रंथ याद्या | उदाहरण | उदाहरण | २६ | उदाहरण |
१० | लोकमान्य टिळकांची कुंडली | उदाहरण | उदाहरण | २८ (विटी:पान क्रमांक २७ कुठे आहे?) | उदाहरण |
१० | गीतारहस्याच्या मूळहस्तलिखीताची माहिती | उदाहरण | उदाहरण | २९ ते ३१ | उदाहरण |
प्रकरणानुसार सूची
[संपादन]- खालील सूची प्रकरणानुसार सूची आहे.वरील पानानुसारचे युनिकोडीकरणाचे काम झाल्या नंतर लेख नामविश्वात खालील सूचीच्या माध्यमातून एकाच पानात एक संपूर्ण प्रकरण वाचता येईल.
पूर्वार्ध अनुक्रमणिका खालीलप्रमाणे -
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/विषयप्रवेश
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/कर्मजिज्ञासा
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/कर्मयोगशास्त्र
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/आधिभओतिक सुखवाद
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/सुखदु:खविवेक
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/आधिदैवत व क्षेत्रक्षेत्रविचार
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/कापिल्साख्यशास्त्र किंवा क्षराक्षरविचार
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/विश्र्वाची उभारणी व संहारणी
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/अध्यात्म
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/कर्मविपाक व आत्मस्वातंत्र्य
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/संन्यास व कर्मयोग
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/सिद्धावस्था व व्यवहार
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/भक्तिमार्ग
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/गीतध्यायसंगति
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/उपसंहार
- श्रीमद्भवद्गीतारहस्य/परिशिष्टप्रकरण - गीतेचे बहिरंगपरिक्षण
- शेवटील भाग अनुक्रमणिका:
- गीतारहस्य/मुखपृष्ठ
- गीतारहस्य/उपोद्-घात
- गीतारहस्य/गीतेच्या विषयातील अनुक्रमणिका
- गीतारहस्य/अध्याय पहिला -अर्जुनविषादयोग
- गीतारहस्य/अध्याय दुसरा-सांख्ययोग
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हे साहित्य भारतात तयार झालेले असून ते आता प्रताधिकार मुक्त झाले आहे. भारतीय प्रताधिकार कायदा १९५७ नुसार भारतीय साहित्यिकाच्या मृत्युनंतर ६० वर्षांनी त्याचे साहित्य प्रताधिकारमुक्त होते. त्यानुसार १ जानेवारी १९५६ पूर्वीचे अशा लेखकांचे सर्व साहित्य प्रताधिकारमुक्त होते. | ![]() |
