हे पान प्रमाणित केलेले आहे.
परिशिष्ट -४
वि. स. खांडेकर : साहित्यसंपदा
कादंबरी | ||
अ.क्र. | नाव | प्रकाशन वर्ष |
१ | हृदयाची हाक | १९३० |
२ | कांचनमृग | १९३१ |
३ | दोन ध्रुव | १९३४ |
४ | उल्का | १९३४ |
५ | दोन मने | १९३८ |
६ | हिरवा चाफा | १९३८ |
७ | रिकामा देव्हारा | १९३९ |
८ | सुखाचा शोध | १९३९ |
९ | पांढरे ढग | १९४० |
१० | पहिले प्रेम | १९४० |
११ | जळलेला मोहर | १९४१ |
१२ | क्रौंचवध | १९४२ |
१३ | अश्रू | १९५४ |
१४ | ययाति | १९५९ |
१५ | अमृतवेल | १९६७ |
१६ | सोनेरी स्वप्ने भंगलेली (अपूर्ण) | १९७७ |
१७ | नवी स्त्री (अपूर्ण) | |
संपादक : डॉ. सुनीलकुमार लवटे | २००१ | |
कथासंग्रह | ||
अ.क्र. | नाव | प्रकाशन वर्ष |
१ | नवमल्लिका | १९२९ |
२ | दत्तक व इतर कथा | १९३४ |
३ | जीवनकला | १९३४ |
४ | ऊन-पाऊस | १९३७ |
५ | दवबिंदू | १९३५ |
६ | विद्युत प्रकाश | १९३७ |
वि. स. खांडेकर चरित्र/१६८