पान:छन्दोरचना.djvu/232

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पीडीएफ सुरेशभट इन च्या सौजन्याने Rota वृत्तविस्तार चार वेळा ( ७ - ७ -)]'कलिन्दनन्दिनी' ९८० सारसी { [- ५ -] तडि त् ९८१ वारुणी { [५ वेळा ( ७ - ७ -)]* मृणालिनी” वेळा (७ - ७ -)]*मृणालिनी” soos V. Hære तडित् [६ वेळा ( ७ - ७ -)] विपक ९८४ सुहंसिक { -1 1 - ܢܖ ܚ [- ७ - ५ । - • -] 'सु' कामिनी ९८५ “प्रदीस ” {}. ` ‘ “ ..! ”? rg3B{rd}ئعf “[ں س- ن -- س - ن -- [ں --- ن -- ९८६ यवान्विता {{CC"§. 丐二二岱二二烷二二监、臀 %といs حیه { ]'l-ں سے ں ہl --- ں --- نl - صلى الله عليه وسلم “[ں -- سrgbTrd ” ९८८ “मोदमयी” * ”PfRTCPIT+ڈf**[--- ن ں I -- ہے۔ ن ں I-----ں ں [ ---- ں ں ] v v -- v v - 3ify if ९८९ * रात्रिवितान ”* { ܪ * [- - | ܢܝ ܚ - - [ ܚ ܢܝ -- -- ܐ ܢ ܝ -- - ܐgHah[f 7 -- ७ ~ । --] तनुमध्या éoqT ९७५ * वार”-कामिनी, * रो ज्रल्गाः कामिनी ” (हे ३/१८) ९७६ वारकामिनीव्यत्यये वानरी (हे ३/२३). ९७७ * रो ज्रज्रा शिखी ” (हे ३/१९). ९७८ शिखिव्यत्यये शिखण्डी (हे३/२४). ९७९ *रो ज्रज्रा ज्गौ नितम्बिनी ” (हे ३/२० ). ९८० नितम्बिनीव्यत्यये सारसी (き R/RR)