पान:छन्दोरचना.djvu/217

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पीडीएफ सुरेशभट इन च्या सौजन्याने छन्दोरचना RRo ८१२ सुविशाला [। • • • • • ।--] ८१३ वसुमती [।-- ७ ॥ ७ ७ -] ८१४ जुलपा ] -- ں ب سlں ب--[ ८१५ कुसुम ][ ܚ ܢ | ܢܝ ܢ ܢ ܚ ܢܝ -[ ८१६ मन्थान [ । - - • । - - • ] ८१७ र्यम ]]I----- ںl ں -- ن ں! --[ ८१८ अक्षि ][ ܢ ܢ ܚ - | ܢ - ܢ ܟ | -[ ८१९ केतुमाला [!-- ७ । -- ७ । --.] ८२० *सुवर्ण?-रुचिरा [। --~ । - • • • । --.] ८२१ गौरी ] ںIں ب س ن ں [ں س ن ں سI---- 1[ とママ “モif" ] - - ܢܢ - - | ܢܝ -- -- ܐ ܢ [ ८२३ *तारामती? [ - - ७ । - - ~ | →→ ~ | - ] ८२४ सारणी ] 1- | ܢܝ -- - | ܢܝ ܢ ܠ - 1 ܢ ܼ- ܢ ܢ ८२५ लयग्राहि ] ں ~- حس۔l - - ںl - - 1- --!ں[ ८२६ सारड्ग ] - -- 1 ܢܝ -- -- ܐ ܚ - - | ܢܝ -- - | ܢܝ ८२७ अमृतध्वनेि [- | ܚ ܝ ܚ - | ܢܝ -- - | ܢ ܢ ܚ - | ܢܝ -- - | ܢ ܢ ܚ - | ܢܝ -- -- ܐ ] ८२८ कलकण्ठ [- ܐ ܚ ܢ ܢܝ -- ܐ ܢܝ -- ܢ ܢ | ܢܝ ܚ ܟ - | ܢܢ - ܢ ܢ | ܢ ܚ ܢ - | ܢܝ -- ܢ ܟ | ] ८२९ मन्दारमाला [। ७ तगण । १ गुरु ] ८३० *निर्झरध्वनि” [ अमृतध्वनि ॥ - ७ - ] ८३१ सवेगामी | ७ तगण । २ गुरु ] ८३२ अभिार [८ तगण ] ८३३ कामबाण दण्डक [ ९ तगण । २ गुरु ] ८३४ *स्वानन्दसम्राष्ट्र” [हारीतद्विरावृत्ता ] टीपा ८०८ पव्चाल (प्रापै २/१९). ८०९ त्गौ ग्रहारीत (प्रापै २/३५) ८१० विमला, मागे २५ पहा.