Jump to content

पान:प्रशस्ती (Prashasti).pdf/107

विकिस्रोत कडून
हे पान प्रमाणित केलेले आहे.



संभावनाओं का आसमान

भले बादलों से घिरा हो,

आकांक्षाओं का सूरज निकल करही रहेगा।

सब्र करो दोस्तों।

अंधेरा हटाने की प्रतिज्ञा लेकर

पलिते जल निकले हैं।

◼◼


दि. ११ जून, २०१२
साने गुरुजी स्मृतिदिन

प्रशस्ती/१०६