हे पान प्रमाणित केलेले आहे.
मुलाखती | ||
अ.क्र. | नाव | प्रकाशन वर्ष |
१ | ऋतू न्याहाळणारे पान | |
(संपादन - डॉ. सुनीलकुमार लवटे) | २००८ | |
नाटक | ||
अ.क्र. | नाव | प्रकाशन वर्ष |
१ | संगीत रंकाचे राज्य | १९२८ |
संपादन | ||
कथासंग्रह | ||
अ.क्र. | नाव | प्रकाशन वर्ष |
१ | गुदगुल्या - चिं. वि. जोशी | १९४८ |
२ | गारा आणि धारा : वि. वि. बोकील | १९४८ |
३ | पाच कथाकार : (दिवाकर, खांडेकर, | |
य. गो. जोशी, चोरघडे, गोखले) | १९४९ | |
४ | जाई जुई : य. गो. जोशी | १९४९ |
५ | इंद्रधनुष्य : (आपटे/दिवाकर/सुखटनकर/टागोर | |
य. गो. जोशी/सरदेसाई/चोरघडे) | १९४९ | |
६ | निवडक दिवाकर : दिवाकर कृष्ण | १९६९ |
७ | मुक्या कळ्या : द. र. कवठेकर | १९४७ |
८ | रंगदेवता : वि. स. खांडेकर | १९५३ |
कादंबरी | ||
अ.क्र. | नाव | प्रकाशन वर्ष |
१ | आस्तिक : साने गुरुजी | १९४९ |
२ | रागिणी : वा. म. जोशी | १९५२ |
३ | सुशीलेचा देव : वा. म. जोशी | १९४३ |
लघुनिबंध संग्रह | ||
अ.क्र. | नाव | प्रकाशन वर्ष |
१ | नवे किरण : अनंत काणेकर | १९४७ |
२ | वासंतिका : संपादित निवडक लघुनिबंध संग्रह | १९४७ |
३ | पारिजात : संपादित निवडक लघुनिबंध संग्रह | १९४९ |
४ | पांढरी शिडे : अनंत काणेकर | १९५७ |
वि. स. खांडेकर चरित्र/१७३